International Yoga Day
शाह सतनाम जी बॉयज कॉलेज, सिरसा में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) के उपलक्ष्य में एक विशेष योग सत्र का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य छात्रों को योग के महत्व से परिचित कराना और उनके शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाना था। यह कार्यक्रम कॉलेज की एनसीसी (नेशनल कैडेट कोर) और एनएसएस (नेशनल सर्विस स्कीम) इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आरंभ सुबह 6:30 बजे हुआ और यह सत्र 8:30 बजे तक चला। इस योग सत्र का संचालन एनसीसी एनओ लेफ्टिनेंट राजेन्द्र सिंह और एनएसएस प्रभारी श्री सत्विंदर सिंह के नेतृत्व में किया गया। सत्र में कॉलेज के लगभग 50 से अधिक छात्रों ने सक्रिय भागीदारी दिखाई और पूरे उत्साह के साथ योगाभ्यास किया।
योग सत्र में योगाभ्यास करवाने की जिम्मेदारी एनसीसी कैडेट अजय ने निभाई, जो कि राष्ट्रीय स्तर के योग प्रतिभागी हैं और राज्य स्तर पर कांस्य पदक भी जीत चुके हैं। उन्होंने छात्रों को योग की बारीकियों से अवगत कराया और ताड़ासन, वृक्षासन, भुजंगासन, त्रिकोणासन, प्राणायाम जैसे विविध योगासनों का अभ्यास करवाया। अभ्यास के दौरान छात्रों ने अनुशासनपूर्वक निर्देशों का पालन करते हुए पूरे समर्पण भाव से योग किया।
इस अवसर पर लेफ्टिनेंट राजेन्द्र सिंह ने उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “योग न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि मन और आत्मा को भी शांति प्रदान करता है। आधुनिक जीवनशैली में बढ़ते तनाव और शारीरिक समस्याओं का समाधान योग में निहित है। हमें अपने दैनिक जीवन में योग को शामिल करना चाहिए और नशे जैसी बुराइयों से दूर रहकर समाज में एक सकारात्मक संदेश देना चाहिए।”
एनएसएस प्रभारी श्री सत्विंदर सिंह ने भी योग के सामाजिक महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि युवाओं को योग के माध्यम से आत्म-अनुशासन, एकाग्रता और सकारात्मक सोच की दिशा में प्रेरित किया जा सकता है। उन्होंने छात्र जीवन में योग को एक आवश्यक अभ्यास के रूप में अपनाने का आह्वान किया। इस अवसर पर डॉ. अनिल कुमार, डॉ. सुमित सिंगला, अनिल रोहिला, गगनदीप,संदीप कुमार सहित सभी प्राध्यापक मौजूद रहे।
प्राचार्य डॉ. दिलावर सिंह का संदेश:-
“अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित यह कार्यक्रम हमारे छात्रों के समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। योग केवल एक व्यायाम नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है जो संतुलन, अनुशासन और आत्मिक शांति का मार्ग प्रशस्त करती है। मुझे गर्व है कि हमारे कॉलेज के एनसीसी और एनएसएस इकाइयों ने मिलकर इस आयोजन को सफल बनाया। मैं सभी प्रतिभागी छात्रों, प्रशिक्षकों और सहयोगी शिक्षकों को बधाई देता हूँ और अपेक्षा करता हूँ कि विद्यार्थी जीवन में योग को नियमित रूप से अपनाकर वे न केवल स्वयं को, बल्कि समाज को भी एक सकारात्मक दिशा देंगे।”
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